महाकाल लोक में नई भव्य मूर्तियों का निर्माण शुरू: पत्थर से बन रही सप्त ऋषियों की नई मूर्तियां, पौराणिक कथाओं का भी रहेगा उल्लेख; ओडिशा-गुजरात के कलाकार कर रहे निर्माण

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

साल 2023 में आई तेज आंधी में उज्जैन के श्री महाकाल लोक में स्थित सप्त ऋषियों की 6 मूर्तियां गिर गई थीं, जिसके बाद सरकार ने और मजबूत निर्माण का निर्णय लिया था। सरकार का यह निर्णय अब धरातल पर उतरता नजर आ रहा है। जी हाँ, उज्जैन के श्री महाकाल लोक में इन मूर्तियों को बदलने का कार्य शुरू हो चुका है।

बता दें, अब यहां फाइबर की जगह मजबूत और शिल्पकला से सजी पत्थर की मूर्तियां स्थापित की जा रही हैं, जिन्हें ओडिशा और गुजरात से आए कलाकार आकार दे रहे हैं। साथ ही, इन मूर्तियों के नीचे पौराणिक कथाओं का उल्लेख होगा, जिससे श्रद्धालु भगवान शिव और सप्त ऋषियों की गाथाओं को समझ सकें। नई मूर्तियां बंशी पहाड़पुर के लाल पत्थर से बनाई जा रही हैं, जिनकी ऊंचाई 15 फीट या इससे अधिक होगी। प्रत्येक मूर्ति पर 23 से 50 लाख रुपए तक खर्च किया जाएगा, जिससे उनकी भव्यता और दिव्यता और भी निखरकर सामने आएगी। इतना ही नहीं, श्रद्धालुओं के लिए एक ऑडियो गाइड भी तैयार की जा रही है, जिससे क्यूआर कोड स्कैन कर कथाओं को सुना जा सकेगा।

बता दें, 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का भव्य उद्घाटन किया था। इस दौरान महाकाल लोक में 11 करोड़ रुपये की लागत से 106 मूर्तियां लगाई गई थीं। ये मूर्तियां एफ़आरपी (फाइबर रीइन्फोर्स्ड प्लास्टिक) से बनी थीं और इनकी ऊंचाई 10 से 25 फीट तक थी। इन मूर्तियों को गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने बनाया था।

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